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🌺🌻‼ *pahari diwali ki hardik shubkamana‼🌻🌺
✍.. *जहाँ हमारा स्वार्थ समाप्त होता है ..*
*वही से हमारी इंसानियत आरम्भ होती है !!*
*लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए..*
*और गांव के बुज़ुर्ग़ो का कहना है कि आदमी का जमीर होना चाहिए...।।*
🌹🌳🌷🌿🌺🌴💐🌸🍁
*चित्र* ही नहीं...
*#चरित्र* भी सुंदर हो।"
*भवन* ही नहीं...
*#भावना* भी सुंदर हो।"
*साधन* ही नहीं...
*#साधना* भी सुंदर हो।"
*दृष्टि* ही नहीं...
*#दृष्टिकोण* भी सुंदर हो।""।।
🌹
💕 💕
🌺🌻‼ *pahari diwali ki hardik shubkamana‼🌻🌺
✍.. *जहाँ हमारा स्वार्थ समाप्त होता है ..*
*वही से हमारी इंसानियत आरम्भ होती है !!*
*लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए..*
*और गांव के बुज़ुर्ग़ो का कहना है कि आदमी का जमीर होना चाहिए...।।*
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*चित्र* ही नहीं...
*#चरित्र* भी सुंदर हो।"
*भवन* ही नहीं...
*#भावना* भी सुंदर हो।"
*साधन* ही नहीं...
*#साधना* भी सुंदर हो।"
*दृष्टि* ही नहीं...
*#दृष्टिकोण* भी सुंदर हो।""।।
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